दीपका जूना तालाब से श्री सिद्ध नागेश्वर देवसरई रैनपुर कांवड़ यात्रा में उमड़ा श्रद्धा का जनसैलाब
भगवान भोलेनाथ की जीवंत झांकी के साथ अघोरी तांडव नृत्य बना आकर्षण का केंद्र

@सुशील तिवारी
श्रावण मास के पावन अवसर पर दीपका जूना तालाब से श्री सिद्ध नागेश्वर देवसरई रैनपुर प्राचीन मंदिर तक भव्य कांवड़ यात्रा निकाली गई । कावड़ यात्रा में भगवान भोलेनाथ की जीवंत झांकी के साथ अघोरी तांडव नृत्य ने सभी का मन मोह लिया। जिसमें आस्था और भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला।
सावन मास के अंतिम सोमवार सुबह दीपका के जूना तालाब मंदिर प्रांगण से कावड़ यात्रा प्रारंभ हुई। इस यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु “हर-हर महादेव” और “बोल बम” के जयघोष करते हुए शामिल हुए।
यात्रा मे ज्योति नंद दुबे समेत क्षेत्र के अनेक गणमान्य नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता एवं युवाओं की टोली ने इसमें सक्रिय भागीदारी की। कांवड़ यात्रा की शुरुआत शिवलिंग पूजन के साथ प्रारंभ हुई।
दीपका नगर के प्रमुख चौक चौराहों पर भोले बाबा की श्रृंगारयुक्त जीवंत झांकियों के साथ शिव तांडव नृत्य का भव्य स्वरूप लिए भक्त जब नृत्य करते हुए निकले, तो राहगीरों की भीड़ स्वतः ही रुक गई और जयकारों से गूंज उठा पूरा नगर। आइडल डांस एकेडमी के कलाकारों ने जम कर शिव तांडव नृत्य किया।
यह यात्रा दीपका के जूना तालाब स्थित मंदिर प्रांगण से रैनपुर स्थित प्राचीन शिव मंदिर तक रही,जिस्मे रास्ते भर युवाओं की टोली पारंपरिक वेशभूषा, भगवा वस्त्रों और रुद्राक्ष की मालाओं में सजी दिखाई दी। डीजे की धुन पर भोले बाबा के भजन गूंजते रहे और भक्त झूमते रहे।
अंत में रैनपुर पहुंचकर भक्तों ने शिवलिंग पर जलाभिषेक कर विशेष पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर महादेव के भक्त ज्योति नंद दुबे ने कहा यह यात्रा क्षेत्र की खुशहाली के लिए निकाली गई है उन्होंने कहा कि भगवान भोलेनाथ बहुत कृपालु और दयालु हो वे सभी के कष्टों को हरते हैं। सावन के महीने में भगवान शिव के ऊपर पवित्र जल से स्नान करने से सभी मनोकामना पूर्ण होती है।