छत्तीसगढ़ भाजपा को मिलेगी नई जिम्मेदारियां : शिव प्रकाश 30 अगस्त को रायपुर में लेंगे नई-पुरानी टीम की विशेष बैठक

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सत्ता में वापसी के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब संगठन को मजबूत करने की दिशा में पूरी तरह सक्रिय हो गई है। इसी क्रम में राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री और प्रदेश प्रभारी शिव प्रकाश 30 अगस्त को रायपुर पहुंच रहे हैं। यहां वे प्रदेश भाजपा के नए और पूर्व पदाधिकारियों, नए जिला अध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों को संबोधित करेंगे। इस बैठक को भाजपा के आगामी संगठनात्मक एजेंडे और भविष्य की रणनीति के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।
यह पहला मौका है जब सभी जिलों के पूर्व अध्यक्षों को भी इस तरह की संगठनात्मक बैठक में बुलाया गया है। जिन नेताओं की संगठन में नई भूमिका नहीं बनी है, उन्हें भी विशेष जिम्मेदारी देकर फिर से एक्टिव किया जाएगा।
30 अगस्त को भाजपा का प्रशिक्षण वर्ग, 31 को प्रदेश पदाधिकारियों से विशेष बैठक
30 अगस्त को रायपुर में आयोजित प्रशिक्षण वर्ग में पार्टी के वरिष्ठ नेता विभिन्न विषयों पर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को प्रशिक्षण देंगे। इस वर्ग का उद्देश्य नई टीम को पार्टी की नीतियों, कार्यशैली, जिम्मेदारियों और अनुशासन से अवगत कराना है।
इसके अगले दिन 31 अगस्त को शिव प्रकाश केवल प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों से अलग से चर्चा करेंगे, जिसमें पार्टी के आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों को लेकर दिशा-निर्देश तय किए जाएंगे।
शासन-संगठन समन्वय को लेकर मिल सकती हैं विशेष हिदायतें
छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार है, ऐसे में संगठन से यह अपेक्षा की जा रही है कि वह न केवल प्रशासन के साथ समन्वय बनाए बल्कि साफ-सुथरी छवि और जनसेवा की भावना से कार्य करे। माना जा रहा है कि शिव प्रकाश पदाधिकारियों को इस संबंध में कड़े दिशा-निर्देश दे सकते हैं। मैनपाट में आयोजित चिंतन शिविर के दौरान मंत्रियों को भी भ्रष्टाचार और ठेकेदारी से दूर रहने की सख्त चेतावनी दी गई थी। उसी तर्ज पर अब संगठन को भी अनुशासन में रहकर कार्य करने की सलाह दी जाएगी।
सेवा पखवाड़ा अभियान: जनता से सीधे जुड़ाव की तैयारी
भाजपा संगठन आने वाले दिनों में राज्यभर में “सेवा पखवाड़ा” नामक एक बड़ा अभियान शुरू करने जा रहा है। इसके तहत कार्यकर्ता और पदाधिकारी पौधरोपण, सफाई, स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य जागरूकता जैसे कार्यों में भाग लेंगे। यह अभियान भारतीय जनता पार्टी की जनसेवा की विचारधारा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्यशैली से मेल खाता है। इसका मकसद ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भाजपा की मजबूत उपस्थिति दर्ज कराना और आम लोगों से सीधा संवाद स्थापित करना है।
संगठन की भूमिका में आएगा बदलाव, पुरानी टीम को भी मिलेगी जिम्मेदारी
सूत्रों का कहना है कि भले ही नई संगठनात्मक टीम की घोषणा हो चुकी है, लेकिन पूर्व पदाधिकारियों की भूमिका समाप्त नहीं हुई है। उन्हें अलग-अलग प्रकल्पों और अभियानों में जिम्मेदारी दी जाएगी।