
नवा रायपुर– NTPC लिमिटेड के मानव संसाधन निदेशक अनिल कुमार जडली ने सोमवार को नवा रायपुर स्थित एनटीपीसी कार्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पश्चिमी क्षेत्र-II की विभिन्न परियोजनाओं और क्षेत्रीय मुख्यालय में चल रहे मानव संसाधन से जुड़े कार्यों की विस्तार से समीक्षा की।
संगठनात्मक संस्कृति और मानवशक्ति पर विशेष जोर
मानव संसाधन समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए जडली ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण मानवशक्ति और सुदृढ़ संगठनात्मक संस्कृति किसी भी संगठन की सफलता की कुंजी होती है। उन्होंने कर्मचारियों के हित में प्रबंधन द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की और सभी अधिकारियों को कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) बजट का अधिकतम उपयोग कर जरूरतमंदों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का आह्वान किया।
प्रमुख अधिकारी रहे मौजूद
इस समीक्षा बैठक में ई. सत्य फणि कुमार (क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक, पश्चिमी क्षेत्र-II), प्रेमलता (मुख्य महाप्रबंधक, मानव संसाधन) सहित क्षेत्रीय मुख्यालय और परियोजनाओं के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
युवा अधिकारियों के साथ संवाद
बाद में, निदेशक (मानव संसाधन) ने “युवा अधिकारियों के साथ संबोधन और बातचीत” कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें बड़ी संख्या में युवा अधिकारियों ने भाग लिया। इस मौके पर जडली ने एनटीपीसी की पांच दशकों की उत्कृष्टता यात्रा में कर्मचारियों की भूमिका की सराहना की।
उन्होंने कहा कि “15 साल पहले जो काम करने का तरीका था, वो अब कारगर नहीं रह गया है। प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए निरंतर सीखना और खुद को फिर से प्रशिक्षित करना जरूरी है।”
नया रायपुर: उत्कृष्टता का केंद्र
जडली ने कहा कि एनटीपीसी नया रायपुर अब कॉर्पोरेट संचालन सेवाओं और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के साथ एक “उत्कृष्टता केंद्र” के रूप में तेजी से उभर रहा है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले कुछ वर्षों में शेयर सर्विस सिस्टम एक क्रांतिकारी परिवर्तन के रूप में उभरा है, और अब इसका नया रायपुर में सफल एकीकरण कंपनी के लिए नई संभावनाएं खोल रहा है।
संवाद और समाधान
सत्र के दौरान युवा अधिकारियों ने विभिन्न विषयों पर प्रश्न पूछे, जिनका जवाब निदेशक जडली ने तुरंत और स्पष्ट रूप से दिया। इस अवसर पर ए.के. मनोहर (कार्यकारी निदेशक, प्रचालन सेवाएं एवं क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक-दक्षिण), नीरज जलोटा (कार्यकारी निदेशक, यूएसएससी) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।