सिंचाई विभाग की लापरवाही से युवक की मौत, ग्रामीणों में भारी आक्रोश

डोंगरगढ़: डोंगरगढ़ विकासखंड के कोलेंद्रा-ठाकुर टोला नाले में एक दर्दनाक हादसा हुआ है, जिसने एक परिवार को अनमोल सदस्य से वंचित कर दिया। 35 वर्षीय मिथिलेश वर्मा बरसात और डोंगरगढ़ डैम से छोड़े गए अचानक बढ़े पानी के कारण नाले में बह गया और उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों और पुलिस ने घंटों की खोजबीन के बाद उसका शव निकाला, लेकिन इस घटना ने विभागीय लापरवाही और प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
डैम के सात गेटों में से तीन महीनों से खराब:
स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्टॉप डैम के सात गेटों में से तीन महीनों से खराब पड़े हैं, जिन्हें सिंचाई विभाग ने ठीक कराने में कोई पहल नहीं की। बरसाती मौसम में गेटों की मरम्मत और सही संचालन न होने से पानी की सतह बढ़ गई और पुलिया के ऊपर पानी भर गया। इसी वजह से मिथिलेश नाले में बह गया। ग्रामीणों ने विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताई और कहा कि अगर समय रहते मरम्मत कर दी जाती तो इस हादसे को टाला जा सकता था।
हादसे के वक्त कोई जनप्रतिनिधि मौके पर नहीं :
जल संसाधन विभाग के प्रभारी एसडीओ असद सिद्दीकी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे कार्यालय में नहीं मिले और उनका मोबाइल भी बंद था। इस स्थिति ने विभाग की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं। वहीं, स्थानीय लोगों का गुस्सा इस बात को लेकर भी है कि हादसे के वक्त कोई जनप्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा। ग्रामीणों का कहना है कि चुनावों में वोट मांगने सभी दौड़ते हैं, लेकिन जब जानें जाती हैं, तो कोई नजर नहीं आता।



