छत्तीसगढ़ मितानिन प्रदर्शन: क्या पूरी होंगी मितानिनों की मांगें? रायपुर में पुलिस ने रोका, राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम

रायपुर: छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य कार्यकर्ता मितानिनें पूरे प्रदेश में हड़ताल पर हैं। आज उन्होंने रायपुर में मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना देने का ऐलान किया था। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से मितानिनें रायपुर की ओर बढ़ीं, लेकिन रास्ते में पुलिस ने कई जगह उन्हें रोक दिया। इसके बावजूद करीब 10,000 मितानिनें रायपुर पहुंचीं और तूता धरना स्थल पर इकट्ठा होकर मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ीं। थोड़ी दूरी पर पुलिस बैरिकेडिंग कर उनका मार्ग रोक रही थी, जिससे घंटों तक दोनों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी रही।
महासमुंद में एनएच-53 पर मितानिनों का चक्काजाम
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य मितानिन संघ के अनुसार, महासमुंद की लगभग 2,200 मितानिनें तीन सूत्रीय मांगों को लेकर रायपुर जा रही थीं। पुलिस ने घोड़ारी, तुमगांव, पटेवा और ढाक टोल प्लाजा पर वाहन जांच करते हुए उन्हें रोक दिया और यातायात नियमों का हवाला देकर चालान काट दिया। नाराज मितानिनों ने तीन स्थानों पर चक्काजाम कर दिया, जो करीब डेढ़ घंटे तक चला। बाद में पुलिस और तहसीलदार ने समझाकर चक्काजाम समाप्त कराया।
चक्काजाम के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इस दौरान मितानिन संघ ने जोरदार नारेबाजी की और सरकार से अपनी मांगें पूरी करने की मांग की। मितानिन संघ की प्रमुख मांगें हैं: मितानिन, मितानिन प्रशिक्षक और हेल्प डेस्क फैसिलिटेटर को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में शामिल करना, वेतन में 50 प्रतिशत वृद्धि और ठेका प्रथा समाप्त करना।
गरियाबंद में एनएच-130C मार्ग जाम
गरियाबंद में मितानिनों ने अपनी मांगों को लेकर गरियाबंद-राजिम मार्ग पर प्रदर्शन किया। पोंड और पांडुका के बीच स्टेट हाईवे पर लगभग 500 मितानिनों ने बैठकर प्रदर्शन किया, जिससे एनएच-130C मार्ग कई घंटों तक बंद रहा। प्रदर्शन के कारण लंबी वाहन कतारें लग गईं और आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा।
मितानिन संगठन का कहना है कि प्रशासन उन्हें रायपुर में बड़े प्रदर्शन में शामिल होने से रोक रहा है। उनकी मुख्य मांगें हैं: 50 प्रतिशत वेतन वृद्धि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में संविलियन, ठेका प्रथा समाप्त और मितानिनों को स्थायी कर्मचारी का दर्जा। प्रदर्शन के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था।
मितानिन संघ 7 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है और वे बेहतर वेतन, नौकरी की सुरक्षा और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में औपचारिक मान्यता की मांग कर रहे हैं।



