
काठमांडू: नेपाल की राजनीति में युवाओं की ताकत ने नया मोड़ ले लिया है। ‘Gen Z Protest’ से जुड़े युवाओं ने गुरुवार को घोषणा की कि देश की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुषिला कार्की अंतरिम प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगी। साथ ही तय किया गया है कि आगामी छह महीनों के भीतर आम चुनाव कराए जाएंगे।
सियासी उठापटक के बीच सामने आया युवा नेतृत्व
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद देश में सत्ता को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। राजनीतिक दलों में सहमति नहीं बन पा रही थी। ऐसे समय में युवाओं ने देश की कमान एक ईमानदार और निष्पक्ष छवि वाली महिला नेता को सौंपने का निर्णय लिया। सुषिला कार्की नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रह चुकी हैं और अपने बेदाग कार्यकाल के लिए जानी जाती हैं।
जनता चुनेगी अगला नेता: छह महीने में होंगे चुनाव
Gen Z प्रोटेस्ट समूह के अनुसार, अब देश में एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी जिसकी अगुवाई सुषिला कार्की करेंगी। यह सरकार 6 महीने के अंदर पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराएगी, जिससे नागरिक विशेषकर युवाओं को अपनी पसंद का प्रधानमंत्री चुनने का मौका मिलेगा।
कौन हैं सुषिला कार्की?
सुषिला कार्की का कार्यकाल जुलाई 2016 से जून 2017 तक नेपाल की सुप्रीम कोर्ट में बतौर मुख्य न्यायाधीश रहा। वह अपने निर्भीक फैसलों और भ्रष्टाचार विरोधी रुख के लिए जानी जाती हैं। युवाओं को विश्वास है कि उनके नेतृत्व में देश को सही दिशा मिलेगी।
सोशल मीडिया बैन से भड़का आंदोलन
नेपाल में हाल ही में सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने और साइबर कानूनों को कड़ा करने के फैसले के खिलाफ 8 सितंबर से विरोध-प्रदर्शन शुरू हुआ। इसे ‘Gen Z Protest’ नाम दिया गया। आंदोलन जल्द ही देशव्यापी आंदोलन बन गया, जिससे प्रधानमंत्री केपी ओली को इस्तीफा देना पड़ा और देश छोड़ने की नौबत आ गई।