
गरियाबंद, 6 अक्टूबर 2025 – छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में प्रशासन ने अवैध निर्माण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। कब्रिस्तान के पास स्थित जमीन पर बनी 22 दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया। यह कार्रवाई सुबह 5 बजे से शुरू हुई और अपर कलेक्टर पंकज डहारे की निगरानी में की गई।
अवैध निर्माण का कारण
नगर पालिका से बिना भवन अनुज्ञा लिए बनाए गए एक व्यवसायिक काम्प्लेक्स को तोड़ दिया गया है। यह काम्प्लेक्स कब्रिस्तान के पास नेशनल हाइवे के किनारे स्थित था। नगर पालिका द्वारा दिए गए प्रतिवेदन के आधार पर गरियाबंद एसडीएम ने इसे अवैध घोषित कर दिया था।
बड़ी कार्रवाई की टीम
इस कार्रवाई में राजस्व विभाग और नगर पालिका की जंबो टीम शामिल थी। अपर कलेक्टर पंकज डहारे के नेतृत्व में दो एसडीएम, दो तहसीलदार, दो नायब तहसीलदार, राजस्व और पालिका अफसरों सहित 6 से अधिक राजपत्रित अधिकारियों ने कार्रवाई की। हालांकि, दूसरे पक्ष ने एसडीएम के आदेश के खिलाफ राजस्व मंडल में मामला दर्ज कराया था। कार्रवाई से पहले अधिकारियों ने दूसरे पक्ष से चर्चा की थी और उनके वैधानिक पक्ष को जानने की कोशिश की थी।
छावनी में तब्दील हुआ इलाका
मुलायम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने इस इलाके को आधी रात से छावनी में तब्दील कर दिया। 150 से अधिक जवानों को तैनात किया गया था ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इस दौरान जिले के सभी निरीक्षक, बल और 200 से ज्यादा पुलिस जवान नगर के विभिन्न हिस्सों में तैनात थे। पुलिस प्रशासन ने अपनी सभी तैयारियों को पहले से सक्रिय कर लिया था, ताकि किसी भी स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की अलर्ट मोड में स्थिति
सुरक्षा को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर था और किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने सभी कदम उठाए। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि कार्रवाई के दौरान या बाद में कोई भी अप्रिय घटना न हो और कानून व्यवस्था बनाए रखी जाए।
यह कार्रवाई अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन की कड़ी इच्छाशक्ति को दर्शाती है और यह संकेत है कि अब अवैध निर्माण पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। गरियाबंद में यह कार्रवाई प्रशासन की पारदर्शी और सख्त कार्यवाही का प्रतीक है, जो आगे चलकर अन्य जिलों के लिए उदाहरण बन सकती है।