
कवर्धा. 5 अक्टूबर को हुए भीषण सड़क हादसे ने कई परिवारों की खुशियां एक पल में छीन लीं। कोलकाता से कान्हा घूमने आए एक परिवार की कार चिल्फी घाटी के पास हादसे का शिकार हो गई, जिसमें मां-बेटी समेत 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
10 साल की अदिति और 45 वर्षीय पिता परम की भी उसी हादसे में जान चली गई।
मंगलवार को जब परिजन कोलकाता से कवर्धा पहुंचे, तब मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार की तैयारी की गई। लेकिन इस अंतिम विदाई में एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने वहां मौजूद हर इंसान की आंखें नम कर दीं और दिल को अंदर तक झकझोर दिया।
बेटी की चिता पर जन्मदिन मनाया
10 साल की अदिति का उसी दिन जन्मदिन था। और उसका पिता… एक टूटे हुए दिल के साथ, बेटी को आखिरी बार जन्मदिन का केक काटकर विदा कर रहा था। चिता के पास रंग-बिरंगे गुब्बारे थे, बर्थडे कैप थीं, और मासूम अदिति के नाम का केक।
वीडियो में दिखाई देता है –
वो पिता बेटी की चिता के पास खड़ा है, उसने टोपी पहनी है, केक काट रहा है… जैसे हर साल किया करता था। लेकिन इस बार वो हंसी नहीं है, वो मुस्कान नहीं है… सिर्फ एक खामोशी है जो सैकड़ों शब्दों से ज्यादा कुछ कह रही है।
पिता इंद्रजीत भट्टाचार्य ने कहा –
“बेटी और पत्नी के बिना तो हर दिन अधूरा होगा… मगर ये दिन, उसकी आखिरी याद बन गया।”
सोशल मीडिया पर वायरल
यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग इसे देखकर भावुक हो रहे हैं। कोई कह रहा है “यह दृश्य दिल तोड़ देता है”, तो कोई लिखता है “एक पिता की ममता से भरी पीड़ा… शब्दों से परे है।”
‘बेटियाँ रूह का हिस्सा होती हैं’
यह दृश्य सिर्फ एक पिता की वेदना नहीं, बल्कि उस अपूरणीय क्षति की तस्वीर है जिसे कोई शब्द बयान नहीं कर सकता। कवर्धा मुक्तिधाम की उस शाम ने बता दिया कि जब रूह का हिस्सा छिन जाए… तो इंसान किस हद तक टूट सकता है।