Ration Card Verification: बलौदा बाजार में 1.44 लाख संदिग्ध राशन कार्ड सदस्य, सत्यापन जारी

बलौदा बाजार : छत्तीसगढ़ में इन दिनों राशन कार्ड वेरिफिकेशन अभियान को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। खाद्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस भौतिक सत्यापन के दौरान बड़ी संख्या में ऐसे सदस्य सामने आए हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है या जो पलायन कर चुके हैं। सरकार का उद्देश्य पात्र हितग्राहियों को ही योजना का लाभ देना है, लेकिन इस प्रक्रिया ने आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
1 लाख 44 हजार 626 सदस्य संदिग्ध:
विभागीय आंकड़ों के अनुसार, बलौदा बाजार जिले में 1 लाख 44 हजार 626 सदस्यों को संदिग्ध घोषित किया गया है। इनमें से 1 लाख 31 हजार 794 सदस्यों की सूची जारी होने के बाद से ही लोगों में हड़कंप मच गया है। बलौदा बाजार सहित कई जिलों के गांवों और नगर पंचायतों में लोग अपने राशन कार्ड का वेरिफिकेशन कराने राशन दुकानों के बाहर लंबी कतारों में खड़े नजर आ रहे हैं।
फील्ड वेरिफिकेशन के बाद ही अंतिम निर्णय :
खाद्य विभाग ने अब निर्देश जारी किए हैं कि राशन कार्ड की पुष्टि पटवारी से कराना अनिवार्य होगी। इसके लिए ग्राम सचिव और रोजगार सहायकों की भी मदद ली जाएगी। अधिकारी बताते हैं कि फील्ड वेरिफिकेशन के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। खाद्य जिला अधिकारी पुनीत वर्मा ने स्पष्ट किया है कि अभी किसी का राशन कार्ड निरस्त नहीं किया जा रहा है, केवल संदिग्ध सूची तैयार की गई है। आगे की कार्रवाई राज्य सरकार के निर्देशों के बाद होगी।
कैसे लोग आते हैं संदिग्ध सदस्यों में :
संदिग्ध सदस्यों में ऐसे लोग शामिल हैं जिनका डुप्लीकेट आधार है, जो इंटर या इंट्रा स्टेट स्थानांतरित हैं, 100 वर्ष से अधिक उम्र के हैं, 12 माह से राशन नहीं उठाया, निष्क्रिय आधार, आयकर या GST रिकॉर्ड में उच्च आय, MCA निदेशक, या PM किसान योजना में 2.47 एकड़ से अधिक भूमि वाले सदस्य हैं।