Breaking News: गढ़चिरौली में नक्सल संगठन को बड़ा झटका, 60 नक्सलियों ने हथियारों के साथ किया आत्मसमर्पण

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। नक्सल आंदोलन से जुड़े अब तक के सबसे बड़े आत्मसमर्पण में नक्सली केंद्रीय समिति (CC) के सदस्य सोनू दादा उर्फ़ भूपति समेत 60 नक्सलियों ने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया है। यह सरेंडर नक्सल संगठन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
CC सदस्य ने किया सरेंडर
नक्सल संगठन की केंद्रीय समिति का सदस्य और वरिष्ठ कमांडर सोनू दादा उर्फ़ भूपति कई वर्षों से वांछित था। उस पर कई राज्यों में गंभीर मामलों में आरोप थे और बड़ी इनामी राशि भी घोषित की गई थी। उसने गढ़चिरौली पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में अपने हथियारों के साथ सरेंडर कर दिया।
गढ़चिरौली में हुआ सामूहिक आत्मसमर्पण
गढ़चिरौली जिले में हुए इस सामूहिक आत्मसमर्पण कार्यक्रम में कुल 60 नक्सलियों ने अपने हथियार, विस्फोटक सामग्री और गोपनीय दस्तावेज पुलिस के हवाले किए। इनमें कई महिला नक्सली और निचले स्तर के सक्रिय सदस्य भी शामिल हैं।
राज्य सरकार की पुनर्वास नीति का असर
राज्य सरकार द्वारा नक्सलियों के लिए चलाई जा रही पुनर्वास नीति और पुलिस की लगातार कार्रवाई के चलते यह आत्मसमर्पण संभव हो सका है। सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों को सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाएं जैसे आर्थिक सहायता, शिक्षा, रोजगार प्रशिक्षण और सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
नक्सल संगठन की कमर टूटी
विशेषज्ञों का मानना है कि इतने बड़े स्तर पर आत्मसमर्पण से नक्सल संगठन की ताकत को गहरा झटका लगा है। CC स्तर के सदस्य का सरेंडर न सिर्फ संगठनात्मक ढांचे को कमजोर करता है, बल्कि मनोबल पर भी बड़ा असर डालता है।
गढ़चिरौली पुलिस के इस ऑपरेशन की पूरे राज्य में सराहना हो रही है और माना जा रहा है कि इससे भविष्य में और भी नक्सली मुख्यधारा से जुड़ने के लिए प्रेरित होंगे।