Mid-day meal: बस्तर में मिड डे मील की घटिया गुणवत्ता पर शिक्षा विभाग ने सात अधिकारियों की वेतन वृद्धि रोकी

Mid-day meal: बस्तर जिले के बकावंड विकासखंड में मिड डे मील की गुणवत्ता को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। शिक्षा विभाग ने कलेक्टर हरीश एस के निर्देश पर जांच के बाद सात अधिकारियों और शिक्षकों की वेतन वृद्धि रोकने का कड़ा फैसला लिया है। इस मामले में बीईओ, बीआरसी, संकुल समन्वयक सहित सात शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
छह सितंबर के बाद से तो मिड डे मील तक नहीं मिला:
मामला उलनार माध्यमिक विद्यालय का है, जहां निरीक्षण के दौरान भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब पाई गई। बच्चों को परोसी गई आलू-बड़ी की सब्जी बिना तेल और मसाले के थी, साथ ही लंबे समय से प्याज का उपयोग भी नहीं किया गया था। बच्चों ने बताया कि उन्हें कभी पापड़ या अचार नहीं मिला और छह सितंबर के बाद से तो मिड डे मील तक नहीं मिला। इसके अलावा, भोजन परोसने से पहले किसी शिक्षक द्वारा जांच करने और पंजी में दर्ज करने के नियम का पालन भी नहीं किया जा रहा था।
सफाई व्यवस्था भी दयनीय :
सिर्फ भोजन ही नहीं, स्कूल की सफाई व्यवस्था भी दयनीय हालत में मिली। परिसर में जंगली घास उगी हुई थी, जिससे सुरक्षा संबंधी खतरे भी उत्पन्न हो रहे थे। निरीक्षण रिपोर्ट में स्कूल प्रबंधन की भारी लापरवाही को रेखांकित किया गया है। स्थानीय लोगों और बच्चों से बातचीत कर भी अधिकारियों ने हालात की गंभीरता को समझा।