Naxal surrender: नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलता, 1 करोड़ की इनामी महिला नक्सली सुजाता ने किया आत्मसमर्पण

बीजापुर — नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई और दबाव के चलते माओवादियों को एक और बड़ा झटका लगा है। दक्षिण बस्तर में वर्षों से सक्रिय और दक्षिण सब ज़ोनल ब्यूरो की प्रमुख रही कुख्यात महिला नक्सली सुजाता ने आत्मसमर्पण कर दिया है। सुजाता पर ₹1 करोड़ का इनाम घोषित था और वह लंबे समय से सुरक्षाबलों के रडार पर थी।
नक्सली संगठन को लगा बड़ा मनोवैज्ञानिक झटका
सुजाता का आत्मसमर्पण माओवादी संगठन के लिए बड़ा मनोवैज्ञानिक झटका माना जा रहा है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इससे न केवल संगठन के अंदर फूट पड़ सकती है, बल्कि निचले स्तर के कैडर में भी भय और असमंजस की स्थिति पैदा हो सकती है।
मारे जा चुके नक्सली कमांडर किशनजी की पत्नी है सुजाता
एक और महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि सुजाता, कुख्यात नक्सली कमांडर किशनजी की पत्नी है। किशनजी की कुछ साल पहले पश्चिम बंगाल में मुठभेड़ के दौरान मौत हो गई थी। माना जाता है कि सुजाता नक्सल आंदोलन के रणनीतिक मामलों में भी सक्रिय भूमिका निभाती रही है।
वर्षों से रच रही थी बड़े हमलों की साजिश
सूत्रों के अनुसार, सुजाता लंबे समय से बस्तर संभाग में कई बड़े नक्सली हमलों की योजना बनाने में शामिल रही है। उसकी गिरफ्तारी या आत्मसमर्पण की संभावनाओं को लेकर खुफिया एजेंसियों के पास इनपुट पहले से थे, लेकिन इसकी पुष्टि अब हुई है।
तेलंगाना पुलिस दोपहर में करेगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
इस आत्मसमर्पण को लेकर तेलंगाना पुलिस के डीजीपी ने जानकारी दी है कि वह दोपहर 12 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले की विस्तृत जानकारी साझा करेंगे। माना जा रहा है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुजाता की भूमिका, उसके खिलाफ मामलों और आगे की कार्रवाई पर रोशनी डाली जाएगी।



