देहरादून। अपने प्रिय छत्तीसगढ़ में दीपावली उत्सव के बाद “परमाराध्य” परमधर्माधीश अनंतश्रीविभूषित उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘1008’ महाराज 04 दिवसीय उत्तराखंड प्रवास पर बुधवार को देहरादून पहुंचें, एयरपोर्ट पर शंकराचार्य जी का भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।
बता दे कि भगवान बद्रीनाथ के कपाट 18 नवंबर 2023 को शीतकालीन के लिए बंद होने वाले हैं। वही शंकराचार्य जी बृहस्पतिवार को हरिद्वार से जोशीमठ के लिए प्रस्थान करेंगे और 17 तारीख को बद्रीनाथ धाम पहुंचेंगे। बद्रीनाथ के कपाट बंद होने के अवसर पर शंकराचार्य मौजूद रहेंगे।
शंकराचार्य जी ने कहा –
वही, देहरादून एयरपोर्ट पर मीडिया से अनौपचारिक वार्ता में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि भगवान बद्रीनाथ मंदिर के कपाट आगामी 18 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे दूसरी बार बतौर शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद होने के अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
शंकराचार्य जी महाराज ने कहा कि इस वर्ष बड़ी संख्या में उत्तराखंड स्थित 4 धामों गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में श्रद्धालु आए। लेकिन यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
शंकराचार्य जी ने कहा कि शीतकालीन यात्रा पर भी ध्यान केंद्रित किए जाने की आवश्यकता है। वही इसकी शुरुआत ज्योतिर्मठ की ओर से विगत वर्ष से प्रारंभ हो गई है। उन्होंने बताया कि वे स्वयं जल्द शीतकालीन पूजा स्थलों की यात्रा करेंगे।
इनकी रही मौजूदगी –
इस अवसर पर शंकराचार्य मठ प्रभारी श्रवणानन्द ब्रह्मचारी, ज्योतिर्मठ प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुदानंद, ज्योतिर्मठ के मीडिया प्रभारी डॉ बृजेश सती, बद्रीनाथ केदारनाथ मन्दिर समिति के सदस्य आशुतोष डिमरी जी, चमोली मंगलम् के जिला प्रमुख प्रकाश रावत जी, महापंचायत के उपाध्यक्ष उमेश सती, सरस्वती विकास समिति गजेन्द्र भण्डारी जी, भैरव सेना के संदीप खत्री आदि उपस्थित रहें।