Chhattisgarh Flood Alert : नदियां उफान पर, सड़कें बंद, मेडिकल सेवाएं ठप, जनजीवन अस्त-व्यस्त

Chhattisgarh Flood Alert : छत्तीसगढ़ में बीते एक सप्ताह से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। विशेष रूप से बस्तर क्षेत्र और राजधानी से लगे मैदानी जिलों में हालात गंभीर बने हुए हैं। बीजापुर, धमतरी, बलौदा बाजार और महासमुंद सहित कई जिलों में नदियों और नालों में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। वहीं, रातभर हुई बारिश के बाद कई मार्गों पर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है।
गंगरेल बांध से पानी छोड़ा गया, महानदी उफान पर
धमतरी जिले में गंगरेल बांध का जलस्तर बढ़ने के कारण जलराशि को महानदी में छोड़ा गया है। इससे न केवल महानदी बल्कि उससे जुड़े छोटे नाले और सहायक नदियों में भी जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। बलौदा बाजार को महासमुंद से जोड़ने वाले अमेठी ऐनीकट पुल पर तीन से चार फीट ऊपर तक पानी बह रहा है। इस मार्ग पर बीते चार दिनों से यातायात पूरी तरह से ठप है।
भाटापारा-सुहेला मार्ग भी बंद
भाटापारा से सुहेला जाने वाली सड़क पर डिग्गी नाले में भी पानी भर जाने के कारण आवागमन पर रोक लगा दी गई है। जलभराव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया है। नदी-नालों के आसपास बेरिकेड्स लगाए गए हैं और लोगों को इन क्षेत्रों से दूर रहने की हिदायत दी गई है।
बीजापुर: चेरपाल नदी में बहा अधेड़
बीजापुर जिले में बारिश से उत्पन्न स्थिति और भी भयावह है। गंगालूर मार्ग पर स्थित चेरपाल नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण करीब 100 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट चुका है। इसी दौरान, 26 अगस्त को एक अधेड़ व्यक्ति नदी पार करते समय तेज बहाव में बह गया। बताया जा रहा है कि नदी पर कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी और वह रपटा पार करते समय बीच बहाव में आ गया। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुट गई है।
नदी किनारे बसे गांव खाली कराए जा रहे, मेडिकल सेवाएं भी ठप
प्रशासन ने बीजापुर और अन्य प्रभावित जिलों में आपात स्थिति घोषित कर दी है। नदी किनारे बसे कई गांवों को खाली कराया जा रहा है। लगातार हो रही बारिश और जलजमाव के कारण इमरजेंसी मेडिकल सेवाएं भी प्रभावित हो गई हैं। वहीं, बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई है। प्रशासन द्वारा लोगों से अपील की जा रही है कि वे नदियों के नजदीक ना जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें।