रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के पत्र का जवाब दिया है. उन्होंने पूछा है कि भाजपा ने किसानों का एक-एक दाना धान खरीदने, किसानों की आय दोगुनी करने, हर साल प्रति क्विंटल 300 रुपए बोनस देने, शराबबंदी करने, बेरोजगारी भत्ता देने जैसे वादों का क्या हुआ? सीएम ने लिखा है कि साढ़े चार साल बाद पीएम नरेंद्र मोदी से समय मिलना अत्यंत सौभाग्य की बात है. राज्य हित सर्वोपरि होने के कारण मैं अनुरोध करना चाहता हूं कि इस स्वर्णिम अवसर को हाथ से गंवाए बिना केंद्र सरकार के पास लंबित सभी महत्वपूर्ण विषयों पर शीघ्र स्वीकृति दिए जाने की पुरजोर मांग अवश्य करिए.
पढ़िए सीएम ने क्या लिखा है…
मुझे इस बात की जानकारी मिली थी कि आप लोग प्रधानमंत्री जी से भेंट कर राज्य की जनता के हितों से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर प्रधानमंत्री जी से स्वीकृति देने का अनुरोध करने जा रहे हैं. मैंने राजनीति से ऊपर उठते हुए इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की थी कि राज्य हित के अत्यंत महत्वपूर्ण विषयों, जो केंद्र सरकार के पास लंबी अवधि से लंबित है, की सूची आपको उपलब्ध कराते हुए उन पर प्रधानमंत्री जी से शीघ्र स्वीकृति दिए जाने की मांग करने तथा प्रधानमंत्री जी द्वारा उन पर लिए गए निर्णयों से राज्य की जनता को जानकारी दिए जाने का अनुरोध किया.
मुझे अफसोस है कि मेरे पत्र के उत्तर में आपने केंद्र सरकार के पास लंबित राज्य की न्यायपूर्ण मांगों पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त न करते हुए विशुद्ध राजनीतिक आधार पर वे सब प्रश्न पूछे गए हैं जिन समस्त विषयों पर हाल ही में संपन्न विधानसभा के बजट सत्र में राज्य सरकार की ओर से समाधान कारक उत्तर दिया जाकर विपक्ष को निरूत्तर किया जा चुका है. पर इससे यह तो प्रमाणित हो जाता है कि भाजपा को राज्य की 3 करोड़ जनता के हितों से कोई वास्ता नहीं है. यही कारण है कि विगत विधानसभा चुनावों में भाजपा की करारी हार के बाद हुए पंचायतों, नगरीय निकायों तथा विधानसभा के 5 उपचुनावों में कांग्रेस को ऐतिहासिक सफलता तथा भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है.
देश की राजनीति में भाजपा द्वारा नई विधा की शुरुआत की गई है. विगत 9 वर्षों से केंद्र में भाजपा की सरकार है किंतु अभी भी प्रतिदिन कांग्रेस से ही जवाब मांगा जाता है. राज्य में 15 वर्षों तक भाजपा की सरकार की महत्वपूर्ण विषयों पर रमन सरकार की विफलता के संबंध में हमसे ही प्रश्न पूछे जा रहे हैं. ठीक है आप प्रश्न पूछिए किंतु क्या आपकी कोई जवाबदेही नहीं है. यदि है तो बताइए कि राज्य के किसानों का एक-एक दाना धान खरीदने, किसानों की आय दोगुनी करने, प्रतिवर्ष 300 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने, शराबबंदी करने, बेरोजगारी भत्ता देने, देश के नौजवानों को 2 करोड़ रोजगार देने, पेट्रोल का दाम 35-40 रुपए प्रति लीटर होने, गैस सिलेंडर का दाम 400 रुपए से कम होने, खाद्य पदार्थों की महंगाई कम करने, काला धन वापस लाने, डॉलर की वैल्यू 35-40 रुपए तक लाने, 15-15 लाख रुपए देश के सभी लोगों को मिलने जैसी भाजपा की महत्वपूर्ण घोषणाओं का क्रियान्वयन अभी तक क्यों नहीं किया गया.
इसी तरह आपकी पार्टी भ्रष्टाचार मिटाने का दंभ तो भरती है पर गौतम अदानी, नारायण राणे, हिमन्ता बिस्वा सर्मा, मुकुल राय, शुभेंदु अधिकारी, शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह, एकनाथ शिंदे जैसे व्यक्तियों के विरुद्ध बड़े घोटालों से संबंधित दर्ज प्रकरणों अथवा शिकायतों की जांच कराने के नाम पर चुप्पी साध लेती है. देश की जनता आपके चरित्र के इस विरोधाभास को भलीभांति समझ चुकी है.
देखिए राजनीति करना दलों का जन्म सिद्ध अधिकार है, किंतु प्रधानमंत्री जी से साढ़े चार वर्षों तक समय मांगने पर अब समय मिलना अत्यंत सौभाग्य की बात है. राज्य हित सर्वोपरि होने के कारण मैं पुन: आपसे अनुरोध करना चाहता हूं कि इस स्वर्णिम अवसर को हाथ से गंवाए बिना केंद्र सरकार के पास लंबित सभी महत्वपूर्ण विषयों पर शीघ्र स्वीकृति दिए जाने की पुरजोर मांग अवश्य करिए ताकि राज्य की जनता को यह महसूस हो सके कि आप लोगों को भी राज्य की गरीब जनता के साथ सहानुभूति है.