
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नकली शराब घोटाले के मुख्य आरोपियों अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी की सात दिन की रिमांड आज समाप्त हो रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आज दोनों को अदालत में पेश करेगी। इस रिमांड के दौरान की गई पूछताछ में ईडी को घोटाले से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त हुई हैं।
ईडी ने हाल ही में खुलासा किया था कि अनवर ढेबर का प्रभाव प्रदेश के आबकारी मंत्री से भी कम नहीं था। ईडी के अनुसार, अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी, और अनिल टूटेजा को इस पूरे नकली शराब सिंडिकेट का मास्टर माइंड बताया गया है। इनका नेटवर्क शराब के नकली होलोग्राम के साथ व्यापक पैमाने पर घोटाले में संलिप्त था।
पुलिस की गिरफ्तारी और रिमांड की जानकारी
18 जून को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर लिया था। उस समय ढेबर न्यायिक रिमांड पर रायपुर जेल में थे, लेकिन हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद भी उन्हें यूपी एसटीएफ ने प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें 19 जून को मेरठ ले जाया गया, और तभी से वे मेरठ जेल में बंद हैं। इसी प्रकार, एपी त्रिपाठी को भी न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया था और उन्हें भी यूपी एसटीएफ ने साथ लेकर गया था।
आज की सुनवाई में, ईडी अदालत में अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को पेश करेगी और मामले की आगे की सुनवाई की प्रक्रिया को लेकर दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। रिमांड के दौरान प्राप्त सुरागों के आधार पर, ईडी के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण होगा कि सभी आरोपियों की संलिप्तता को स्पष्ट किया जाए और उचित कानूनी कार्रवाई की जाए।
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला, जिसमें बड़े पैमाने पर नकली शराब की बिक्री और वितरण का आरोप है, राज्य के प्रशासन और कानूनी प्रणाली के लिए एक बड़ा चुनौती साबित हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप भविष्य में इस प्रकार के घोटालों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की उम्मीद है।