
रायपुर। छत्तीसगढ़ की जेलों में आज ऐतिहासिक और आध्यात्मिक माहौल देखने को मिला, जब राज्य के विभिन्न जेलों में बंद कैदियों को गंगाजल से स्नान कराया गया। यह पहल उपमुख्यमंत्री एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर की गई, जिसका उद्देश्य कैदियों का आत्मिक शुद्धिकरण और नैतिक उत्थान है।
प्रदेशभर की जेलों में विशेष आयोजन
गंगाजल स्नान के लिए राज्य के 5 सेंट्रल जेल, 20 जिला जेल और 8 सब-जेल में विशेष आयोजन किया गया। इस दौरान जेल प्रशासन ने कैदियों के लिए विशेष व्यवस्था की, और पूरे कार्यक्रम को शांति और श्रद्धा के साथ संपन्न कराया गया।
महाकुंभ के अवसर पर आध्यात्मिक लाभ
महाकुंभ के ऐतिहासिक अवसर पर कैदियों को आध्यात्मिक रूप से जोड़ने और सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। जेलों में इस आयोजन को लेकर कैदियों में भारी उत्साह देखने को मिला।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का बयान
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, “सरकार का उद्देश्य सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखना ही नहीं, बल्कि सुधार और पुनर्वास की दिशा में भी काम करना है। कैदियों को आध्यात्मिक और नैतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए आगे भी इस तरह के आयोजन होते रहेंगे।”
कैदियों में नई ऊर्जा, पुनर्वास की ओर बढ़ते कदम
इस पहल से जेलों में बंद कैदियों को एक नई ऊर्जा और सकारात्मकता का अनुभव हुआ। जेल प्रशासन ने भी इसे सुधारात्मक प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया और कहा कि भविष्य में भी इस तरह के प्रयास जारी रहेंगे।
यह कार्यक्रम राज्य सरकार के सुधार और पुनर्वास के प्रयासों का एक महत्वपूर्ण कदम है, जो जेलों में बंद कैदियों के मनोबल और जीवन दृष्टिकोण को बदलने में सहायक साबित होगा।