
रायपुर, 18 मार्च 2025। छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रश्नकाल में मंगलवार को रायपुर आयुर्वेदिक कॉलेज में 2018 में हुए यौन उत्पीड़न मामले को लेकर सवाल उठा। विधायक भावना बोहरा ने प्रभारी प्राचार्य डॉ. जी. आर. चतुर्वेदी पर लगे आरोपों और अब तक की गई कार्रवाई को लेकर सरकार से जवाब मांगा।
भावना बोहरा ने कहा कि डॉ. जी. आर. चतुर्वेदी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था, लेकिन इस मामले में अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने सवाल किया कि जांच करने वाली विशाखा कमेटी की सदस्य सरोज परहमे को क्यों हटाया गया?
इस पर मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने जवाब देते हुए कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यजनक है और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन किया जाएगा। उन्होंने सदन में घोषणा की कि तीन दिनों के भीतर इस मामले में कार्रवाई होगी।
गौरतलब है कि डॉ. जी. आर. चतुर्वेदी पर महिला प्रोफेसर के साथ अभद्र भाषा और गाली-गलौज करने का आरोप था। इस मामले को राज्य महिला आयोग ने भी संज्ञान में लिया था और तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. हर्षिता पांडेय के निर्देश पर जांच के लिए चार सदस्यीय समिति बनाई गई थी। जांच के बाद डॉ. चतुर्वेदी को निलंबित कर दिया गया था, लेकिन अब तक इस मामले में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
विधायक भावना बोहरा ने सरकार से मामले में जल्द से जल्द न्याय दिलाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की।