
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा में दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में शामिल किंग कोबरा मिला है। ग्रामीण शनिवार सुबह अपनी बाड़ी में महुआ बीन रहे थे, तभी सामने 11 फीट का किंग कोबरा फन फैला पहुंच गया। इतने बड़े सांप को सामने देखते ही ग्रामीण वहां से भाग निकले। सूचना मिलने पर वन विभाग और वाइल्डलाइफ रेस्क्यू की टीम पहुंची। इसके बाद उन्होंने किंग कोबरा को सुरक्षित जंगल में छोड़ा। वन विभाग ने लोगों से कोबरा को न मारने और बचाने की अपील की है।
मनभावन लग रहे है नागराज .. ????
कोरबा से करीब 40 किमी दूर सोलवा पंचायत के छुईढोढा समीप ग्रामीण के बाड़ी में 11 फीट का किंग कोबरा दुनिया का सबसे लम्बा विषधर सर्प मिला। वन विभाग की टीम ने सफल रेस्क्यू कर लोगों से कोबरा को न मारने और बचाने की अपील की।#CG #Kobra #wildlife #Nature pic.twitter.com/JMP38AKXmh
— Kajal Pandey (@iamkajal1620) April 1, 2023
दरअसल, कोरबा से करीब 40 किलोमीटर दूर गांव सोलवा पंचायत के छुईढोढा के समीप ग्रामीण शनिवार सुबह को अपनी बाड़ी में महुआ बीन रहे थे। तभी वहां किंग कोबरा (पहाड़ी चित्ती) सांप पहुंच गया। ग्रामीणों की नजर पड़ी तो देखा कि सांप फन फैलाए वहां बैठा हुआ है। इतने बड़े सांप को इस तरह से देखकर ग्रामीण काफी डर गए और वहां से भाग निकले। इसके बाद पूरे गांव में बात फैल गई। उसे देखने के लिए ग्रामीण एकत्र होना शुरू हो गए। इस बीच किसी ने वन विभाग को इसकी सूचना दे दी।
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और वहां से भीड़ को हटारया। इसके बाद रेस्क्यू टीम के जितेन्द्र सारथी को इसकी जानकारी दी गई। इस पर जितेन्द्र सारथी सहित डीएफओ अरविंद पीएम भी पहुंच गए। उन लोगों ने मिलकर किंग कोबरा को रेस्क्यू किया। इसके बाद गांव से दूर इसके प्राकृतिक आवास में छोड़ा गया। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि, कोरबा जिले में जिस तरह से किंग कोबरा मिल रहे हैं, यह वन विभाग के साथ समस्त जिले और प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। इसको बचाने की जरूरत है।
किंग कोबरा को हिंदी में नागराज करते हैं –
किंग कोबरा दुनिया का सबसे लम्बा विषधर सर्प है, जिसे हिंदी में नागराज के नाम से जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Ophiophagus hannah है। इसे स्थानीय भाषा में पहाड़ चित्ती के नाम से भी जाना जाता है। इसकी लम्बाई 5.6 मीटर तक होती है। सांपों की यह प्रजाति दक्षिणपूर्व एशिया व भारत के कुछ भागों में खूब पाई जाती है। एशिया के सांपों में यह सर्वाधिक खतरनाक सापों में से एक है। इसकी लंबाई 20 से 21 फीट तक हो सकती है और यह भारत के दक्षिण क्षेत्रों में बहुतायात में पाया जाता है।