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विशेष अभियान 4.0: एसईसीएल की सफाई, डिजिटल गवर्नेंस और पर्यावरण सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान

बिलासपुर : विशेष अभियान 4.0: एसईसीएल की सफाई, डिजिटल गवर्नेंस और पर्यावरण सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान

सुशील तिवारी

कोल इंडिया लिमिटेड की प्रमुख सहायक कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने विशेष अभियान 4.0 के तहत सफाई, अपशिष्ट प्रबंधन और डिजिटल गवर्नेंस में महत्वपूर्ण प्रगति की है। इस अभियान का उद्देश्य कार्यालयों और कार्यस्थलों में स्वच्छता को बढ़ावा देने, स्क्रैप का निपटान करके राजस्व उत्पन्न करने और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को और अधिक कुशल बनाना है।

प्रमुख उपलब्धियाँ:

100 से अधिक स्थानों की सफाई

एसईसीएल ने अपने विभिन्न खनन स्थलों, प्रशासनिक भवनों और सार्वजनिक स्थानों में 100 से अधिक चिन्हित स्थानों की सफाई की है। इससे कार्यस्थलों की सुरक्षा, स्वच्छता और सौंदर्य में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। इन स्थानों की सफाई ने न केवल वहां की कामकाजी परिस्थितियों को बेहतर किया है, बल्कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई है।

1400 टन से अधिक स्क्रैप का निपटान

एसईसीएल ने अब तक 1400 टन से अधिक स्क्रैप का निपटान कर ₹7 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया है। स्क्रैप निपटान से खाली हुई जगहों का उपयोग विभिन्न उत्पादक कार्यों के लिए किया जा रहा है। कंपनी का लक्ष्य 2200 टन स्क्रैप निपटान करना है, जो अभियान के पूरा होने से पहले प्राप्त होने की उम्मीद है।

डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा

एसईसीएल ने प्रशासनिक प्रक्रियाओं में डिजिटल गवर्नेंस को प्रमुखता से अपनाया है। कंपनी ने ई-ऑफिस, SAP, ERP और भूमि अधिग्रहण प्रबंधन प्रणाली (LAMS) जैसी डिजिटल प्रणालियों को लागू किया है, जिससे कार्यकुशलता में वृद्धि और कागजी कार्यों पर निर्भरता में कमी आई है। इसके अलावा, CSR के लिए इन-हाउस वेब ऐप और मेडिकल रेफरल जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।

अमृत फार्मेसी की स्थापना

एसईसीएल ने स्क्रैप निपटान से खाली हुई जगहों का सदुपयोग करते हुए अमृत फार्मेसी की स्थापना की है, जो कर्मचारियों और स्थानीय समुदायों को सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है। यह पहल स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

पर्यावरण संरक्षण के प्रयास

पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए, एसईसीएल ने “एक पेड़ माँ के नाम” पहल के तहत छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में 1.46 लाख से अधिक पौधे लगाए हैं। यह अभियान पर्यावरणीय स्थिरता और हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।

कबाड़ से कलाकृति

एसईसीएल ने अपशिष्ट प्रबंधन में नवाचार दिखाते हुए स्क्रैप सामग्री से कलात्मक मूर्तियों का निर्माण किया है। यह पहल “कबाड़ से कलाकृति” के तहत की जा रही है, जो न केवल अपशिष्ट निपटान का एक अनूठा तरीका है, बल्कि कला और संस्कृति को बढ़ावा देने का भी प्रयास है।

लंबित शिकायतों का निपटान

एसईसीएल ने शिकायत निवारण प्रणाली को मजबूत करते हुए लंबित शिकायतों का तेजी से निपटान किया है। कंपनी ने 30 दिनों से अधिक समय तक कोई भी शिकायत लंबित न रखने की नीति अपनाई है, जिससे शिकायत समाधान प्रक्रिया को तेज और प्रभावी बनाया गया है।

यह अभियान 31 अक्टूबर, 2024 तक चलेगा, जिसका उद्देश्य स्वच्छता, कुशल प्रशासन और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देना है।

 

sushil tiwari

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