एसईसीएल गेवरा में सीबीआई की दबिश, लिमिटेड टेंडर घोटाले की खुलेगी पोल
एसईसीएल गेवरा में लिमिटेड टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं को लेकर सीबीआई की टीम ने बुधवार सुबह छापेमारी की। रायपुर से आई तीन गाड़ियों में सीबीआई अधिकारियों ने क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय गेवरा में दबिश दी और दस्तावेजों की जांच शुरू की। इसके बाद टीम ने विवादित जे.के.तालाब का निरीक्षण किया और फिर प्रोजेक्ट ऑफिस पहुंचकर जांच आगे बढ़ाई।
सूत्रों के मुताबिक टेंडर की प्रक्रिया में भारी गड़बड़ियां सामने आई हैं। शिकायत के अनुसार यह टेंडर लिमिटेड प्रक्रिया से निकाला गया, जो कि सिविल वर्क्स टेंडर मैनुअल के नियमों के खिलाफ है। इसके अलावा, टेंडर जारी करने से पहले DGMS (Directorate General of Mines Safety) से जरूरी अनुमति भी नहीं ली गई थी। ठेकेदारों की सूची को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं, क्योंकि इसमें अनियमितताएं पाई गई हैं।
जांच के दौरान सीबीआई को पता चला कि किए गए कार्यों में जीपीएस ट्रैकिंग और जीपीएस फोटो नहीं लिए गए, जिससे पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं। इसके अलावा, निर्माण कार्य के दौरान निकले मलबे का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। सीबीआई की टीम ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से पूछताछ कर रही है।
बताया जा रहा है कि इस मामले में 23 नवंबर 2024 को सीबीआई को लिखित शिकायत की गई थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। हालांकि, जब टीम एसईसीएल के संबंधित विभाग में पहुंची तो वहां कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था। सीबीआई अब इस मामले में जुड़े अन्य लोगों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।