रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुलिस परेड ग्राउंड पर भव्य समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली। स्वतंत्रता दिवस के इस खास मौके पर मुख्यमंत्री साय ने प्रदेशवासियों को संबोधित किया और इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण घोषणाओं की संभावना जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों, महापुरुषों और अनाम योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा, “आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले उन सभी महापुरुषों, अनाम योद्धाओं, शहीदों और वीर जवानों को नमन है, जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया। उनकी बदौलत हम आजाद वातावरण में सांस ले पा रहे हैं। हमारे पुरखों ने आजादी के बाद जिस लोकतंत्रात्मक गणराज्य का सपना देखा था, उसे पूरा करना हम सब की जिम्मेदारी है।”
इस स्वतंत्रता दिवस पर, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर में आयोजित समारोह के दौरान तिरंगा फहराने के बाद परेड की सलामी ली। समारोह में मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री साय इस अवसर पर प्रदेशवासियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकते हैं, जो छत्तीसगढ़ के विकास और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण होंगी।
वहीं, गृहमंत्री विजय शर्मा ने बस्तर में स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया, जबकि उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बिलासपुर में तिरंगा फहराया। इन समारोहों के माध्यम से प्रदेश भर में स्वतंत्रता दिवस की खुशियाँ मनाई गईं और स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने बस्तर में ध्वजारोहण के बाद प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और इस अवसर पर राज्य की सुरक्षा और विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भी बिलासपुर में आयोजित समारोह के दौरान तिरंगा फहराया और स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्वतंत्रता दिवस के इस विशेष अवसर पर प्रदेशभर के विभिन्न स्थानों पर ध्वजारोहण समारोह आयोजित किए गए, जिनमें विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इन समारोहों के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम के वीरों को सम्मानित किया गया और प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता की महत्ता और देशभक्ति की भावना को प्रकट करने का अवसर मिला।