
रायगढ़। भाजपा से नगर निगम महापौर प्रत्याशी के तौर पर नामांकन के बाद भी जीवर्धन चौहान ने अपनी सादगी और मेहनत से लोगों का दिल जीत लिया। टिकट मिलने के बावजूद वे अपने पुराने चाय स्टॉल पर चाय बनाते नजर आए, जिससे उनकी जमीन से जुड़ी छवि और भी प्रगाढ़ हो गई।
काम से जुड़ी पहचान –
चौहान वर्षों से छोटे से चाय स्टॉल पर काम करके अपनी आजीविका चला रहे हैं। उनका मानना है कि उनके लिए काम ही उनकी पहचान है। टिकट मिलने के बावजूद उन्होंने अपनी दिनचर्या को नहीं बदला, जिससे यह संदेश दिया कि सादगी और मेहनत ही असली सफलता है।
सामाजिक छवि पर असर –
उनकी यह कार्यशैली अब चर्चा का विषय बन गई है, और कई लोग उनकी ईमानदारी और प्रतिबद्धता की सराहना कर रहे हैं। राजनीति में कदम रखते हुए भी उन्होंने अपनी सच्चाई को बनाए रखा है।