छत्तीसगढ़ बड़ी खबर : आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल में गए ग्रामीण डाक सेवक संघ, जानिए पूरा मामला

Chhattisgarh big news: Gramin Dak Sevak Sangh goes on indefinite strike from today, know the whole matter
बिलासपुर। अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ बिलासपुर संभाग केंद्रीय नेतृत्व से मिले निर्देश के बाद अब 12 दिसंबर से फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहा है। कर्मचारी नेता परिमंडल सचिव कामरेड राजेश गुरुद्वान और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष कामरेड नारायण चौधरी ने कहा कि चार्टर आफ डिमांड काफी पुराना है।
आश्वासन पर पहले से ही हमारा केंद्र सरकार को सहयोगात्मक रवैया रहा है लेकिन अब नहीं चलेगा। खाली हाथ रिटायर होना मंजूर नहीं है। संघ की प्रमुख रूप से सात मांगे हैं जिनमे आठ घंटे का काम पेंशन सहित सभी सरकारी लाभ जोड़कर, दूसरा कमलेश चंद्र कमेटी की सभी सिफारिश को लागू करना जैसे 12,14,36,5 लाख ग्रेज्युटी 180 दिनों की छुट्टी को आगे बढ़ाना और नगदी भुगतान करना।
तीसरा ग्रामीण डाक सेवक की एसडीबीएस में सेवा निर्वहन लाभ तीन फीसदी से बढ़कर 10 फ़ीसदी करने और ग्रामीण डाक सेवक को पेंशन प्रदान करने, चौथा ग्रामीण डाक सेवक के सभी प्रकार की प्रोत्साहन योजना को समाप्त कर जैसे आइपीपीबी, आरपीएलआइ, बचत योजना, मनरेगा भुगतान को बंद कर कार्यभार की गणना की जाए।
पांचवां व्यावसायिक लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए ग्रामीण डाक सेवक कर्मचारियों को उनके स्वयं के मोबाइल, फेसबुक, इंस्टाग्राम, इंटरनेट मीडिया का पालन करने के लिए बिना उनकी इच्छा एवं जानकारी के विरुद्ध स्वयं के मोबाइल उपकरणों का उत्पीड़न रोका जाए। छठवां समान कार्य के लिए समान वेतन के सिद्धांत को लागू कर पांच घंटे का टीआरसीए सभी भेदभाव को समाप्त कर नियमित कर्मचारियों के समान वार्षिक वेतन वृद्धि सुनिश्चित की जाए।
और सातवां शाखा डाकघरों का कार्य बढ़ाने के लिए सभी शाखा डाकघर को लैपटाप प्रिंटर और ब्राडबैंड नेटवर्क प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा ग्रामीण इलाके मे नौकरी करने उच्च शिक्षित युवा डाक सेवक बन रहे हैं लेकिन उनकी मानसिकता आठ घंटे काम करके सुरक्षित भविष्य बनाने की है।
लोकसभा चुनाव से पहले पौने तीन लाख कर्मचारी जाएंगे हड़ताल पर –
अगले साल मार्च अप्रैल में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले देश के पौने तीन लाख जीडीएस 12 दिसंबर से हड़ताल पर जाने का मन बना चुके हैं। संगठन ने कहा इस बार आश्वासन पर नहीं मानेंगे और करो या मरो का फैसला किया है। लाखों ग्रामीण ग्राहकों तक सीधे पहुंच और विश्वास के बूते ग्रामीण डाक सेवकों ने सात मांगों को पूरा करने जो वक्त सरकार के केंद्रीय वित्त मंत्रालय को दिया हैं वह कल तक पूरा हो जाएगा। इधर अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ ने हड़ताल की पूरी तैयारी कर ली है।