
बिलासपुर। कांग्रेस में निष्कासन के विवाद के बीच अब जिला पंचायत चुनाव में भी भितरघात के आरोप सामने आए हैं। चुनाव में जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशी शिवेंद्र कौशिक ने पार्टी के अंदरघात का मुद्दा उठाते हुए संगठन पर सवाल खड़े किए हैं।
इस बार पार्टी के निशाने पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल गुट के नेता हैं। पहले नगरीय निकाय चुनाव में भितरघात और खुलाघात के आरोपों के चलते उनके करीबी और समर्थकों पर निष्कासन की कार्रवाई हुई थी, अब पंचायत चुनाव में भी यही मुद्दा गर्मा गया है।
टिकट बंटवारे से शुरू हुआ विवाद –
नगरीय निकाय चुनाव के दौरान टिकट वितरण को लेकर गुटबाजी खुलकर सामने आई। मेयर पद के लिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने अपने करीबी और पूर्व शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक को टिकट दिलवाने में सफलता पाई, लेकिन पार्षदों के टिकट वितरण में संगठन और पूर्व विधायक का दबदबा रहा।
टिकट न मिलने से बघेल गुट के कई नेता बागी हो गए, जिससे संगठन पर भी मानमानी और गुटबाजी के आरोप लगे। अब पंचायत चुनाव में भी पार्टी के अंदरूनी टकराव खुलकर सामने आ रहे हैं, जिससे कांग्रेस के लिए स्थिति और पेचीदा होती जा रही है।
क्या कांग्रेस इस गुटबाजी से उबर पाएगी या अंदरूनी कलह उसे और कमजोर करेगी? यह देखना दिलचस्प होगा।