रायपुर. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल का विस्तार आज होगा। राजभवन में सुबह 11:45 बजे नौ नए मंत्रियों को राज्यपाल बिस्वभूषण हरिचंदन पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। साय ने अपने मंत्रिमंडल में पांच नए चेहरे और पूर्ववर्ती रमन कैबिनेट के चार पूर्व मंत्रियों पर दांव खेला है। साथ ही सबसे अधिक ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) वर्ग से पांच विधायकों को मंत्री पद देने का निर्णय लिया गया है, जो कि पहली बार मंत्री बनेंगे।
इनमें कोरबा विधायक लखनलाल देवांगन, मनेंद्रगढ़ विधायक श्याम बिहारी जायसवाल, रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी, भटगांव विधायक लक्ष्मी राजवाड़े और बलौदाबाजार विधायक टंकराम वर्मा शामिल हैं। पूर्व मंत्रियों में सामान्य वर्ग से रायपुर-दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अनुसूचित जनजाति वर्ग से रामानुजगंज विधायक रामविचार नेताम व नारायणपुर विधायक केदार कश्यप और अनुसूचित जाति से नवागढ़ के विधायक दयालदास बघेल को मंत्री बनाने का निर्णय लिया गया है।
नए मंत्रियों के नामों की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मीडिया से बताया कि शुक्रवार को राजभवन में शपथ समारोह रखा गया है। गौरतलब है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्री नियुक्त होते हैं। इनमें अभी तक मुख्यमंत्री विष्णुदेव सहित उप मुख्यमंत्री द्वय अरुण साव और विजय शर्मा मंत्रिमंडल में शामिल हो चुके हैं और अभी 13वां मंत्री का फिलहाल इंतजार करना पड़ेगा।
नए मंत्रियों की गाड़ियां भी तैयार –
स्टेट गैरेज के अधिकारियों का कहना है कि उनकी तरफ से 11 गाड़ियां तैयार करवाई जा रही हैं। इन गाड़ियों को निर्देश मिलने के बाद पुलिस लाइन भेज दिया जाएगा। मंत्रियों के लिए गाड़ियां तैयार है।
सरगुजा संभाग से सबसे ज्यादा मंत्री –
विष्णुदेव साय सरकार में सरगुजा संभाग से सबसे अधिक मुख्यमंत्री समेत चार मंत्री होंगे। इस संभाग से मुख्यमंत्री साय, रामविचार नेताम, लक्ष्मी राजवाड़े और श्याम बिहारी जायसवाल शामिल हैं। हालांकि सरगुजा संभाग से इस बार सभी 14 सीटें भाजपा के खाते में गई हैं।
बिलासपुर संभाग से तीन मंत्री –
इस संभाग से उप मुख्यमंत्री अरुण साव समेत ओपी चौधरी और लखनलाल देवांगन शामिल हैं।
दुर्ग संभाग और रायपुर से से दो-दो मंत्री –
दुर्ग संभाग से उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और दयालदास बघेल को मौका मिला है। वहीं रायपुर संभाग से बृजमोहन अग्रवाल और टंकराम वर्मा मंत्री पद की शपथ लेंगे।
बस्तर संभाग के खाते में सिर्फ एक –
आदिवासी बाहुल्य बस्तर से इस बार केवल केदार कश्यप को मंत्री बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके पहले इस संभाग से कम से कम तीन मंत्री हुआ करते थे। भूपेश सरकार में भी यहां से दो मंत्री थे। हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि 13वां मंत्री बस्तर से ही हो सकता है क्योंकि बस्तर की 12 में से आठ सीटों पर भाजपा और चार सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं।
रातों-रात बंटे आमंत्रण कार्ड –
मुख्यमंत्री साय ने जैसे ही मंत्रियों के नाम सार्वजनिक किए, वैसे ही शपथ की तैयारी तेज हो गई। रात में ही आनन-फानन में शपथ समारोह के लिए आमंत्रण कार्ड छपवाए गए हैं और सुबह तक कार्ड बांटने को कहा गया है।