
कबीरधाम। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों को जमीन के नाम ठगी का शिकार बनाने वाले आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।आरोपी पिछले 10 साल से भोले व भाले बैगा जनजाति के लोगों को बहला रहा था।
क्या है पूरा मामला –
दरअसल, कबीरधाम जिले के वनांचल थाना कुकदूर क्षेत्र में निवासरत दरबारी बैगा (65) महीडबरा ने बताया 10 साल पूर्व ग्राम साजालगान तहसील बिक्रिया जिला मण्डला म.प्र. में निवासरत थे। इनका ग्राम कान्हा टाईगर रिजर्व में आने से शासन के निर्देश पर मकान और जमीन के एवज में प्रत्येक विस्थापित हुये बैगाओं को 10-10 लाख की राशि स्वीकृत हुई और पहली किस्त 11 लाख रूपये शासन से मिला।
यह खबर मिलते ही आरोपी मलेश मरकाम ने जो कि प्रार्थी का मितान का पुत्र है इनके ग्राम साजालगान (म.प्र.) आकर इन्हें और 19 अन्य बैगा परिवार को ग्राम महिडबरा में दूसरे की जमीन को स्वयं का जमीन बताकर दिखाया और प्रत्येक बैगा परिवार से 95,000 रू. एकड़ की भाव से सौदा किया व टोटल 11,80,000/ रू. लिया था तथा दूसरे की जमीन में बसा दिया था।
कुछ दिन बाद उक्त जमीन का स्वामी आकर इन्हें बताया कि यह जमीन मेरा है। तब उक्त बैगा परिवारों ने मलेश मरकाम को कहा कि तुम दुसरे की जमीन को अपना बता हम लोगों से पैसा लिये हो रजिस्ट्री नहीं करा रहे। यह कहने से आरोपी ने रकम वापस करने इकरारनामा दिया गया। इसके बावजूद आरोपी द्वारा विगत 10 वर्षों से गरीब बैगा परिवारों को पैसा वापस करने टाल मटोल करते रहा।
बैगाओं से हुई घटना के घटित होने की सूचना थाना प्रभारी कुकदूर ने एसपी व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बोड़ला को दिया। वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लिया और तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420 का मामला दर्ज किया व टीम बनाकर गिरफ्तारी की हैं। आरोपी के रिमांड पर जेल जाने से बैगा परिवार में खुशी के लहर हैं।