कबीरधाम बड़ी खबर : गौ माता संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा, तेजी से बन रहा गौ अभ्यारण्य

Kabirdham big news: Cow protection will get a boost: Cow sanctuary is being built rapidly in Kabirdham
कबीरधाम। गौ माता के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कबीरधाम जिले में गौ अभ्यारण्य का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के विशेष प्रयासों से प्रशासनिक स्तर पर इस दिशा में व्यापक कार्य किए जा रहे हैं। जिले के बोड़ला विकासखंड के जैतपुरी और सरेखा में भूमि चिन्हांकित कर ली गई है, जहां गौ अभ्यारण्य का निर्माण प्रगति पर है।
कलेक्टर ने की समीक्षा बैठक –
आज कलेक्टर गोपाल वर्मा ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में गौ अभ्यारण्य निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ, अपर कलेक्टर विनय पोयाम, मुकेश रावटे, बोड़ला एसडीएम रूचि शार्दुल, उपसंचालक पशु चिकित्सा विभाग श्री मिश्रा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि गौ अभ्यारण्य योजना शासन की प्राथमिकता में है, इसलिए इसे तय समय सीमा में पूरा करना अनिवार्य है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस कार्य को शीघ्रता और समन्वय से आगे बढ़ाया जाए, जिससे कोई बाधा उत्पन्न न हो।
सुरक्षा व्यवस्था और बुनियादी सुविधाएं होंगी मजबूत –
कलेक्टर ने अभ्यारण्य की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारों ओर सुरक्षा घेरा (सीपीटी) निर्माण और बाहरी फेंसिंग का कार्य जल्द पूरा किया जाए। सीपीटी निर्माण कार्य की निगरानी के लिए तहसीलदार, आरआई, पटवारी और पुलिस टीम को मौके पर तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।
जल आपूर्ति और विद्युत सुविधा पर जोर –
गौ अभ्यारण्य के संचालन के लिए जल आपूर्ति अनिवार्य होगी। इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को कुओं और बोर खनन का कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विद्युत विभाग को आवश्यक एस्टीमेट तैयार करने को कहा गया है।
प्रशासनिक टीम करेगी नियमित निगरानी –
गौ अभ्यारण्य निर्माण की गति और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तरीय टीम गठित की जाएगी। इस टीम में एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। यह टीम नियमित समीक्षा कर कार्यों की प्रगति सुनिश्चित करेगी।
गौ अभ्यारण्य बनेगा मॉडल संरचना –
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि गौ अभ्यारण्य को सिर्फ संरक्षित क्षेत्र तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि इसे एक आदर्श मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें चारा भंडारण केंद्र, पशु चिकित्सा इकाई और गौवंश की देखरेख के लिए आधुनिक व्यवस्थाएं की जाएंगी।
गौ अभ्यारण्य निर्माण से क्या होगा लाभ? –
गौ माता के संरक्षण एवं संवर्धन को मिलेगा बढ़ावा।
आदर्श मॉडल के रूप में इसे अन्य जिलों के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
गौवंश की देखभाल, चारा भंडारण और पशु चिकित्सा की समुचित व्यवस्था होगी।
स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।