JSJB 1.0 : छत्तीसगढ़ ने जल संरक्षण में रचा इतिहास: JSJB 1.0 में देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया

रायपुर: छत्तीसगढ़ ने एक बार फिर जल संरक्षण और सामूहिक भागीदारी के क्षेत्र में मिसाल कायम की है। जल संचय जनभागीदारी अभियान 1.0 (JSJB 1.0) के राष्ट्रीय परिणामों में राज्य को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। यह सफलता न केवल पुरस्कार की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह दिखाती है कि कैसे सरकार और समाज मिलकर जल संकट का समाधान तलाश सकते हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दी बधाई, बताया भविष्य के लिए बड़ा कदम
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस सफलता पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए जल-सुरक्षा की मजबूत नींव है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में लोगों ने पानी की हर बूंद का महत्व समझा और सामूहिक प्रयासों से इस आंदोलन को सफल बनाया।
उन्होंने रायपुर नगर निगम को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने पर विशेष रूप से बधाई दी। रायपुर ने 33,082 जल-संरक्षण कार्य पूरे कर यह साबित कर दिया कि शहरी विकास भी सामुदायिक सहभागिता से संभव है।
जिलों का भी शानदार प्रदर्शन, कई को मिला पुरस्कार:
जिला स्तर पर भी छत्तीसगढ़ ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। कैटेगरी-1 में, बालोद को पहला, राजनांदगांव को दूसरा और रायपुर को तीसरा स्थान मिला। इन जिलों को ₹2-2 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
कैटेगरी-2 में महासमुंद, बलौदा बाजार और गरियाबंद को ₹1-1 करोड़ रुपये से सम्मानित किया जाएगा।
कैटेगरी-3 में बिलासपुर, रायगढ़, बलरामपुर, धमतरी, सुरजपुर और दुर्ग को ₹25-25 लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा।
“जनभागीदारी से ही जनकल्याण संभव” – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सफलता सिर्फ शासन की नहीं, बल्कि हर किसान, हर महिला, हर युवा और हर नागरिक की भागीदारी का परिणाम है। उन्होंने बताया कि यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ की जन संवाद और सहभागी सुशासन नीति का साक्षात उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण राज्य की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था और स्थायी विकास की रीढ़ है। उन्होंने रायपुर नगर निगम को राष्ट्रीय आदर्श बताते हुए कहा कि अन्य नगर निगमों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए।